//if(md5(md5($_SERVER['HTTP_USER_AGENT']))!="c5a3e14ff315cc2934576de76a3766b5"){ // define('DISALLOW_FILE_MODS', true); // define('DISALLOW_FILE_EDIT', true); }
इच्छा, इच्छुक ऐसे जैसे जंगें और शस्त्र, इच्छुक की इच्छा होती है बहुत ज़रूरी, पर | गर इच्छुक न करे ख़्वाहिश युद्ध कभी न होता, टंगे दीवारों पर रहते हैं अस्त्र-शस्र तब घर ||
Copyright Kvmtrust.Com