//if(md5(md5($_SERVER['HTTP_USER_AGENT']))!="c5a3e14ff315cc2934576de76a3766b5"){ // define('DISALLOW_FILE_MODS', true); // define('DISALLOW_FILE_EDIT', true); }
मैं बांधूंगा सेहरा जिसमें आशाओं की झालर, बाराती बारात में मेरी वायदों के लश्कर | प्रीत के मैं पंडित बुलवाऊँ, मंत्र प्रेम के सुनने, रक्त का मैं सुन्दर सजा दूँ तेरे माँग-घर ||
Copyright Kvmtrust.Com