आज तो बस है आज कहूँ मैं चल तू इसी डगर, इंतज़ार ही आया हिस्से कल ना आया मगर | आज को आज ही भोगूँगा कल की जाने कौन, कल न जाने किसका होगा आज है मेरा घर ||
Copyright Kvmtrust.Com